विवेक मुस्कान,दरभंगा।
मंगलवार को विश्वविद्यालय समाजशास्त्र विभाग में भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद नई दिल्ली द्वारा संपोषित 10 दिवसीय कार्यशाला के सातवें दिन महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय मोतिहारी के वाणिज्य एवं प्रबंधन विभागाध्यक्ष प्रोफेसर पवनेश कुमार ने आँकड़ो के विश्लेषण का वर्णन करते हुए आंकड़ों की जांच करने उनको परिवर्तित करने तथा उनको मॉडल करने की प्रक्रिया को बताया। आंकड़ा विश्लेषण उपयोगी सूचना का अनुदेशन करने निष्कर्ष प्रस्तुत करने तथा निर्णय लेने में सहायता प्राप्त करने के उद्देश्य से की जाती है ।
प्रोफेसर कुमार ने शोध में सांख्यिकी की अवधारणा और आंकड़ों के महत्व को बताया। उन्होंने सांख्यिकी आंकड़ों के माध्यम से विश्लेषण कर उपकल्पना परीक्षण करने के तरीकों को विस्तार से वर्णन किया। इसके त्रुटि को समझने और दूर करने के सरल तरीकों का भी वर्णन किया। प्रो कुमार ने आंकड़ा विश्लेषण में कंप्यूटर के प्रयोग का वर्णन करते हुए कहा कि यह एक शक्तिशाली साधन है जो आंकड़ों के प्रक्रमण, मानचित्रण और विश्लेषण कर शोध पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालता है। उन्होंने कहा कि कंप्यूटर एक मशीन है जो जोड़ना, घटाना, गुणा और भाग जैसी साधारण गणितीय संक्रियाएं कर सकता है, जो जटिल आंकड़ों का विश्लेषण कर निष्कर्ष तक पहुंचाता है। यह परिणाम के विभिन्न गणितीय तरीके सहित संपूर्ण व्यवहार को विश्लेषित कर सकता है । उन्होंने कहा कि प्रक्रमण और मानचित्रण के रूप में एक कंप्यूटर में हार्डवेयर समाविष्ट होती हैं। हार्डवेयर विन्यास में भंडारण प्रदर्शन तथा निवेश और वैश्विक तंत्र समाविष्ट होते हैं। जबकि सॉफ्टवेयर इलेक्ट्रॉनिक संकेतो को बताता है।
दूसरे अतिथि विद्वान के रूप में इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय के भूगोल के सहायक प्राध्यापक डॉ दर्शन कुमार झा ने ऑनलाइन शिक्षण संसाधन की सहायता से एसपीएसएस के द्वारा आंकड़ा परिष्करण एवं विश्लेषण के विभिन्न आयाम पर प्रकाश डाला।उन्होंने इसके परीक्षणों के द्वारा व्यवहारिक एवं क्रियाशील प्रशिक्षण सत्र का संचालन किया। डॉक्टर झा ने इसके प्रयोग में विश्लेषण एवं आंकड़ा निर्वचन के तरीकों का वर्णन भी किया तथा प्रतिभागियों को व्यावहारिक रूप से एसपीएसएस के प्रयोगों के तरीकों को बताया । यह सत्र पूर्ण रूप से व्यावहारिक कौशल पर आधारित था ताकि प्रतिभागी इसका प्रयोग आसानी से सफलतापूर्वक कर सके। डॉ झा ने कहा कि आंकड़ों के गणना एवं निष्कर्ष तक पहुंचाने में एसपीएसएस महत्वपूर्ण सॉफ्टवेयर है । तीनों सत्र की रिपोर्टिंग विश्वविद्यालय के गृहविज्ञान विभाग के डॉक्टर अपराजिता ने की । इस अवसर पर गोपी रमण प्रसाद सिंह, डॉ मंजू झा, डॉक्टर सारिका पांडे, सुश्री लक्ष्मी कुमारी, डॉ शंकर कुमार लाल, साथ ही अर्थशास्त्र के श्री प्राण तारती भंजन भूगोल विभाग के डॉ मनुराज शर्मा, डॉ गौरव सिक्का , प्रमोद गांधी आदि उपस्थित थे।