प्रदीप कुमार ,इंडिया न्यूज नाउ।
बांका।
प्रखंड क्षेत्र के शंभुगंज अंतर्गत खजूरीडीह गांव में एक किसान कर्ज का दबाब सह नहीं कर सका और अंत में जहर खाकर खुद को समाप्त कर लिया। मृतक किसान 40 वर्षीय श्याम महराणा जो उमेश महराणा के सबसे बड़े पुत्र थे। घटना के बाद स्वजनों में कोहराम मचा हुआ है। वहीं क्षेत्र में भी सनसनी फैल गई है। मंगलवार की सुबह श्याम महराना का घर में काफी देर तक सोए रहने पर पत्नि विनिता देवी चाय के लिए जगाने पहुंची। जहां पति के मुंह से निकलते झाग को देख पत्नि सन्न रह गई और दहाड़ मारकर रोने लगी। रोने धोने की आवाज सुन घर के अन्य सदस्य सहित ग्रामीण भी दौड़कर पहुंचे। मृतक के पत्नी विनिता देवी ने बताया कि पति श्याम महराणा ने खेती किसानी के लिए कुछ वर्ष पूर्व यूको बैंक शाखा गुलनी कुशाहा से तीन लाख रूपये लोन लिए थे जो बढ़कर पांच लाख के करीब हो चुका इसको लेकर पति काफी मानसिक तनाव में रहते थे। इधर कुछ माह से बैंक कर्मियों द्वारा राशि जमा करने के लिए दबाब बना रहे थे। जिस वजह से पति काफी उदास रहते थे। कुछ भी पूछने पर झल्ला उठते थे और एक कमरे में जाकर सो जाते थे। घटना के बाद पत्नि बार बार यह कहकर अचेत हो रही थी कि अब इकलौते पुत्र सोनू का सहारा कौन होगा। इसकी पढाई- लिखाई कैसे होगी। इधर घटना की सूचना पर थानाध्यक्ष उमेश प्रसाद सहित अन्य पुलिस बल गांव पहुंची। हलांकि मृतक के कमरे से इस तरह का कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल बांका भेज दिया है। उन्होंने बताया कि मृतक के पत्नि विनिता देवी के बयान पर यूडी केस दर्ज की गई है। इधर घटना को लेकर गांव में कई तरह की चर्चाएं हो रही है ।