आईएनएन/ आशीष कुमार पटना
एनपीआर एनआरसी सीएए विरोधी संघर्ष मोर्चा का आज गठन किया गया। इस मोर्चे में 100 से भी अधिक सामाजिक संगठनों, ट्रेड यूनियनों, संस्थानों, राजनीतिक दल के प्रतिनिधियों द्वारा इस समूह का गठन किया गया है। मोर्चे के गठन के बाद प्रेस विज्ञप्ति कर जारी कर कहा कि देशभर में नागरिकता संशोधन कानून एनआरसी और एनपीआर को लेकर विरोध जारी है। महिलाएं और युवा बड़ी तादाद में इस काले कानून के खिलाफ सड़कों पर है। हमारे लाखों नौजवानों के पास नौकरी नहीं है। देश के किसान बेहाल है और वे आत्महत्या कर रहे हैं। आदिवासियों से उनकी जमीन छीनी जा रही है। ठीक उसी समय इस कानून को लाने के पीछे सरकार की मंशा साफ है। मोदी सरकार जानती है कि उसने अपने वादे पूरे नहीं किए अब जनता उसे सवाल करेगी। इस कानून से देश के करोड़ों लोगों को परेशान होगी। कागजी सबूत जुटाने में लाखों लोगों को लाइनों में घंटों लगना होगा। गरीबों पर सबसे ज्यादा आफत आएगी। जो लोग कागज नहीं दिखा सकेंगे उन लोगों की नागरिकता छीन ली जाएगी। हमारे देश और राज्य में हजारों लोग हैं जिनके पास कोई जमीन नहीं है। और वे कागज कहां से लाएंगे? जिन इलाकों में हर साल बाढ़ आती है जिनके पास जमीन या मकान नहीं है जो पढ़ लिख नहीं पाते शादी के बाद नैहर से दूर रहने वाली स्त्रियां, बंजारा, दलित, आदिवासी समुदाय के लोगों के पास पुराने कागज होना और दिखाना कठिन काम है।
प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि इस मोर्चे के तहत एनपीआर एनआरसी सीएए पर लोगों से संवाद करने इसका विरोध करने और आंदोलन को तेज करने के लिए बिहार के सभी 38 जिलों में एक यात्रा निकाली जा रही है। कन्हैया सहित राष्ट्रीय स्तर के सामाजिक राजनीतिक कार्यकर्ता इसमें शामिल होंगे। इस यात्रा का नाम रहेगा संविधान बचाओ नागरिकता बचाओ महारैली। यह यात्रा गांधीजी की शहादत दिवस 30 जनवरी को भितिहारवा गांधी आश्रम चंपारण से शुरू होकर 29 फरवरी को पटना के गांधी मैदान में रैली आयोजित करेगी। यात्रा की शुरुआत तुषार गांधी, प्रियंका दत्ता सहित कई लोगों द्वारा की जाएगी। 29 फरवरी के आयोजन में देश के कई महत्वपूर्ण राजनीतिक नेता जन आंदोलनों से जुड़े साथी और सीने जगत के अभिनेता और कलाकार वक्ता होंगे। अरुंधति राय, उमर खालिद, राधिका वेमुला, जिग्नेश मेवानी, कन्हैया, स्वरा भास्कर, प्रकाश राज सहित कई महत्वपूर्ण लोग शामिल होंगे।