अखलेश कुमार,इंडिया न्यूज नाउ।
लगातार अबैध बालू उत्खनन को लेकर पिछले कई दिनों हो रहे विरोध को समाधान के लिए कई बालू पेटी संवेदक एवं मुख्य संवेदक के इशारे पर बेस्टलिंक ट्रेडिंग प्राईवेट लिमिटेड कंपनी के मैनेजर नारायण जी से मिलकर शनिवार को गलत रणनीति तय कर सैकड़ो ग्रामीणों को ही नही बल्कि प्रशासन को भी भ्रमित किया।घटना शनिवार की है।पोल उस समय खुला जब बालू पेटी संवेदक सुनील कुमार,अनिल कुमार,राजेन्द्र सिंह समेत दर्जनो बालू संवेदक सहयोगी अबैध बालू उत्खनन को लेकर ग्राम इटवां,उचला,मंझौलिया,बैताल,रौशनगंज समेत दर्जनों गांवों के ग्रामीणों के बीच इटवां बैताल बालू घाट पर पहुकर सीमांकन की बात बताने लगे।जब गामीणों ने पूछा कि इनमें से खनन पदादिकारी कौन है तो खनन पदाधिकारी के नाम पर पेटी बालू संवेदक एवं मुख्य संवेदक द्वारा लाये गए बेस्टलिंक ट्रेडिंग प्राईवेट लिमिटेड कंपनी के मैनेजर नारायण जी ने बताया कि हम में से कोई नही हैं इतना सुनते ही मौजूद सैकड़ो ग्रामीण भड़क गए और हल्ला हंगामा करने लगे।स्थिति को बिगड़ते देख बालू पेटी संवेदक के तरफ से आये सभी लोग उल्टे पॉव भाग खड़े हुए।बात दे कि इससे भी भयानक मामला 30 जून 2019 को मंझौलिया बालू घाट पर हो गई थी जिसमें कई बालू पेटी संवेदक को ग्रामीणों ने कई घंटे बंधक बनाकर रखा था।बड़ी मस्कत के बाद तत्त्कालीन इमामगंज पुलिस इंस्पेक्टर पदाधिकारी के पहल पर ग्रामीणों ने छोड़ा था।इसी तरह की स्थिति ग्रामीणों द्वारा हो रहे लगातार विरोध से बनते जा रही है।अगर बालू संवेदक अबैध बालू खनन करने की कोशिश करते है तो बड़ी घटना घटने की संभावना बढ़ सकती है।