आशीष कुमार, इंडिया न्यूज़ नाउ, पटना
राजधानी के बोरिंग रोड में अवस्थित आर्चिड मॉल में न्याय मंच बिहार द्वारा महान गणितज्ञ वशिष्ठ नारायण सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित किया गया। न्याय मंच के सदस्यों ने उनकी आत्मा की शांति के लिए 2 मिनट का मौन रखकर महान गणितज्ञ को मरणोपरांत भारत रत्न देने की मांग की है, और उनके नाम पर बिहार सरकार से दिवंगत वशिष्ट बाबु की याद में विश्वविद्यालय खोलेने की मांग की है। न्याय मंच के संयोजक मनोज लालदास “मनु” ने कहा कि भारत ही नहीं विश्व के महान गणितज्ञ दिवंगत वशिष्ठ नारायण सिंह जी के प्रति पूर्व और वर्तमान कि राज्य और केंद्र की सरकार संवेदनहीन रही है। जिसका परिणाम हम सबके सामने में है। इसके गुनाहगार को सामाजिक संगठनों के अलावा हम सभी हैं जो वशिष्ठ बाबू जैसे महान विभूति धरोहर और गणितज्ञ के लिए कुछ नहीं कर सके। इसका अफसोस और मलाल केवल न्याय मंच को ही नहीं बिहार की तमाम शिक्षा प्रेमियों को भी होगा।उन्होंने कहा कि वशिष्ट बाबु के रहते राज्य सरकार और केंद्र सरकार में बैठे बिहार के हुक्मरानों ने कोई सुध नहीं ली और ना ही कोई सम्मान दिया। इससे ज्यादा शर्मिंदगी वाली बात क्या हो सकती है।
इस मौके पर शायर एहसान शाम एक कविता पढ़कर महान गणितज्ञ को याद किया और कहा कि बिहार का सर्व समाज भी अपनी माटी के लाल की जिंदगी बचाने के लिए कुछ नहीं कर सका जो बड़ा ही दुर्भाग्यपूर्ण रहा है। सेना के सेवानिवृत्त अधिकारी ललन सिंह ने कहा कि विदेशों द्वारा कई बड़े ऑफर को ठुकरा कर वशिष्ट बाबु अपने वतन लौट आए इससे प्रतीत होता है कि वह एक सच्चे राष्ट्रभक्त थे।
न्याय मंच के मीडिया संयोजक पवन राठौर ने वशिष्ठ नारायण सिंह को गणित के क्षेत्र में विद्वता के परे के विद्वान बताते हुए कहा कि वे तो आइंस्टीन के सिद्धांतों को चुनौती देने वाले गणितज्ञ थे। जिन्हें बिहार का रामानुजम भी कहा जाता था।
ऐसे अनमोल धरोहर को खो दिया जिसकी भरपाई संभव नहीं है। ऐसे अमूल्य धरोहर के चले जाने से बिहारी नहीं राष्ट्र को अपूरणीय क्षति हुई है।
श्रद्धांजलि अर्पित करने वाले में मुख्य रूप से मंच के संयोजक मनोज लालदास “मनु” शायर एहसान शाम, ललन सिंह, नीरज कुमार सिंह, राजेश सिंह, अधिवक्ता रवि प्रकाश, अधिवक्ता एमआर मलिक, अजीत सिंह, नीतीश कुशवाहा, केशव पांडे, अभिषेक कुमार सिंह, नितेश यादव, अमित राय, संजय पांडे, विकास सिंह, चंद्र भूषण सिंह, संजय कुमार सिंह, अश्विनी कर्ण, पवन राठौर सहित शहर के कई गणमान्य लोग उपस्थित थे।