इंडिया न्यूज/सीतामढ़ी/मधुरेश ।
उत्तर बिहार के सीतामढ़ी जिला मुख्यालय में निगरानी विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है. निगरानी की टीम ने सीतामढ़ी के सिविल सर्जन डॉ रवीन्द्र कुमार को 50 हजार रुपये घूस लेते हुए आज सुबह रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया है. सिविल सर्जन की गिरफ्तारी पटना से आई निगरानी की टीम ने आज सुबह पौने सात बजे डुमरा स्थित उनके सरकारी आवास से की.
मिली जानकारी के अनुसार जिले के रुन्नीसैदपुर प्रखंड मुख्यालय स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में कार्यरत डाटा ऑपरेटर का तबादला सिविल सर्जन ने नियम के विरुद्ध 15 दिन पहले रुन्नीसैदपुर से बैरगनिया प्रखंड में कर दिया था. तबादला करने के बाद सिविल सर्जन ने डाटा ऑपरेटर को मिलने के लिए बुलाया. जब डाटा ऑपरेटर सिविल सर्जन से मिला तो सिविल सर्जन डॉ रवीन्द्र कुमार ने कहा कि कुछ खर्च करो तुम्हें फिर पुराने जगह पर वापस कर देंगे. सिविल सर्जन ने इस कार्य के लिए डाटा ऑपरेटर केशव कुमार से 60 हजार रुपये की मांग कर दी. जिसके बाद केशव ने निगरानी विभाग में शिकायत दर्ज कराया था. डाटा ऑपरेटर की शिकायत की जांच निगरानी ने गुप्त तरीके से कराई जिसके बाद सिविल सर्जन कार्यालय व उसके आसपास निगरानी ने अपना जाल बिछा दिया.
इसी बीच आज सुबह 6:45 बजे डाटा ऑपरेटर केशव सिविल सर्जन के बुलावे पर मांगी गयी घूस की रकम लेकर उनके आवास पर पहुंचा. केशव ने सिविल सर्जन को जैसे ही रुपया दिया कि पहले से जाल बिछाये निगरानी विभाग की टीम ने घूस लेते रंगे हाथ सिविल सर्जन डॉ रवीन्द्र कुमार को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तारी के तुरंत बाद निगरानी की टीम सिविल सर्जन को अपने साथ लेकर पटना के लिए निकल गई. सिविल सर्जन की निगरानी द्वारा की गई गिरफ्तारी की सूचना फैलते ही सीतामढ़ी के सभी सरकारी कार्यालयों में हड़कंप मच गया.