इंडिया न्यूज नाऊ/मोतिहारी/मधुरेश ।
पूर्वी चंपारण जिले के चकिया स्थित बंधन बैंक लूटकांड मामले का पुलिस ने उद्भेदन कर लिया है. पूर्वी चंपारण पुलिस ने भारी सफलता हासिल की है. बंधन बैंक की शाखा से 10.84 लाख की लूट मामले में बड़ा खुलासा हुआ है. पूर्वी चंपारण के पुलिस कप्तान उपेंद्र कुमार शर्मा ने अपने कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में बताया कि वैशाली के जिप उपाध्यक्ष पंकज ठाकुर एवं उसके सहयोगियों ने मिल कर बैंक लूट की घटना को अंजाम दिया था. बैंक लूट की योजना पंकज के घर पर बनी थी. घटना के तीन दिन पहले बैंक की रेकी की गयी, उसके बाद लूट की घटना को अंजाम दिया गया. पुलिस टीम ने दो लूटेरों को गिरफ्तार कर बैंक लूट की घटना का पर्दाफास किया है.
एसपी श्री शर्मा ने बताया कि 13 सितंबर को छह बदमाशों ने बैंक से कैश लूटा था. बैंक लूट में छह बदमाशों के साथ जिप उपाध्यक्ष पंकज ठाकुर भी शामिल था. एसपी के मुताबिक तीन दिन के अंदर सभी बदमाशों की पहचान कर ली गयी थी. इसके बाद उनकी गिरफ्तारी के लिए कई बार वैशाली जिले में छापेमारी की गयी. शुक्रवार को गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने दो अपराधियों को वैशाली से गिरफ्तार किया. गिरफ्तार अपराधियों में एक वैशाली सदर थाने के मुरलियाचक गांव का चुटुल कुमार उर्फ सुभाष कुमार और दूसरा मनुआ गांव का अजीत राय बताया जाता है. गिरफ्तार अजीत पैक्स अध्यक्ष का पुत्र है. छापेमारी दल में चकिया के डीएसपी शैलेंद्र कुमार, चकिया के थानाध्यक्ष सह इंस्पेक्टर निर्मल कुमार, दारोगा चंद्रिका प्रसाद, मेहसी के थानाध्यक्ष अवनीश कुमार, केसरिया के थानाध्यक्ष अमित कुमार एवं डीआईयू के अभिषेक रंजन शामिल थे.
दोनों बदमाशों को नहीं मिला हिस्सा — गिरफ्तार चुटुल कुमार व अजीत राय को बैंक से लूटे गये कैश में हिस्सा नहीं मिला है. दोनों ने पुलिस के समक्ष खुलासा किया कि पंकज ने सिर्फ पॉकेट खर्च के लिए 20-20 हजार रुपये दिये हैं, शेष रकम उसी के पास है.
जिप उपाध्यक्ष पर दर्ज हैं कई मामले — वैशाली के जिप उपाध्यक्ष पंकज ठाकुर का पुराना अपराधिक इतिहास रहा है. उस पर कई आपराधिक मामले दर्ज हैं. वैशाली के विभिन्न थानों में उस पर लूट एवं डकैती सहित कई अन्य मामले दर्ज हैं.
लूट के बाद बंगाल में की अय्याशी — बैंक लूट की घटना को अंजाम देने के बाद सभी अपराधी भाग कर बंगाल चले गये. वहां जमकर अय्याशी भी की.
अजीत ने गार्ड पर ताना पिस्टल, चुटुल ने बैग में रखा कैश — घटना के दौरान बैंक में सबसे पहले अजीत दाखिल हुआ था. उसने बैंक में घुसते ही गार्ड पर पिस्टल सटाकर उसका राइफल छीना. उसके पीछे चुटुल बैग लेकर घुसा था. उसने काउंटर से कैश लेकर बैग में रखा. बाकी चार अपराधी ग्राहकों को धमकाने में लगे थे.
बहरहाल, चकिया के बंधन बैंक लूटकांड का खुलासा हो जाने से पूर्वी चंपारण की पुलिस ने राहत की सांस ली है.