राँची मांडर से डॉ.संजय प्रसाद
मांडर : ऐतिहासिक मुड़मा जतरा के तीसरे दिन भी जतरा स्थल पर लोगों का जनसैलाब उमड़ पड़ा। बुधवार को पूरे दिन लोगों ने जमकर खरीददारी की। बता दें कि इस वर्ष पहली बार मुड़मा जतरा का चारदिवसिय आयोजन किया गया है। धर्मगुरू बंधन तिग्गा ने बताया कि जब दो दिन जतरा का आयोजन होता था तो स्थानीय लोग अपने घर पहुँचनेवाले मेहमानों की आवाभगत में सही तरिके से जतरा का आनंद ही नहीं ले पाते थे। चार दिनों का आयोजन होने से एक ओर जहां लोग आराम से खरीददारी करेंगे तो वहीं दूसरी ओर जतरा-स्थल पर झारखंड सहित बाहर के राज्यों से आनेवाले दुकानदार भी आराम से अपनी समानों को बेच सकेंगे।
ना घोल की चिंता ना वीआईपी मूवमेंट : जतरा-स्थल पर तीसरे दिन न तो खोड़ाओं को आना था और न ही किसी मंत्री के लिए पुलिस अधिकारियों द्वारा रास्ता खाली कराने का दबाव। मौत के कुएं, ऊंचे-ऊंचे झूले, ब्रेक डांस, सर्कस सभी का लोगों ने जमकर मजा लिया।
तीसरे दिन भी प्रशाषन मुस्तैद : थाना प्रभारी राणा जंग बहादुर सिंह और सीओ शंकर कुमार विद्यार्थी की अगुवाई में प्रशाषन के लोग दिन भर मुश्तैद रहे। प्रभारी ने बताया कि जगह-जगह पुलिस के जवानों के अलावा मोटरसाइकिल दस्ता आज भी तैनात था। वहीं सीओ ने शाम ढलते ही सुरक्षा की दृष्टि से सभी दुकानों को बंद करा दिया।
वहीं दूसरी ओर प्रखंड के हेसमी में 22 पड़हा तथा लोयो में सात पड़हा जतरा का आयोजन किया गया। हेसमी में सभी खोड़ाओं को कांग्रेसी नेता शनि टोप्पो द्वारा सम्मानित भी किया गया।