सिंह नान से लौटकर , पंकज कुमार ठाकुर की ग्राउंड रिपोटिंग
रजौन, बांका।
आसमान निगल गया या जमीन खा गई सीएसपी संचालक के हत्यारे को विगत पिछले 8 दिनों पहले रजौन में सिंहनान के इलाहाबाद सीएसपी संचालक चितरंजन सिंह को अपराधियों ने पुलिस को खुली चुनौती देते हुए ताबड़तोड़ तीन गोली दाग दिए ।पुलिस ने आनन-फानन में ताबड़तोड़ छापेमारी कर 3 निर्दोषों को पकड़कर ले आई और अपनी पीठ थपथपाने लगी ।
हां यह बात दीगर है कि उच्चाधिकारियों ने जब इस कांड की तफ्तीश की तो वह तीनों निर्दोष पाए गए और पुलिस लगातार अंधेरे में तीर मार रही है ।
लेकिन शातिर अपराधी पुलिस को चूहे बिल्ली का खेल खिला रही है हालांकि दबी जुबान से पूरे प्रखंड में चर्चा का विषय है कि रजौन पुलिस अगर चाहे तो अपराधी हवालात के पीछे होगा ।
फिलवक्त मामला जो भी हो रजौन पुलिस की सांसें फूल रही है इधर सिंहनान गांव में मेले की खुशियां के बीच चितरंजन के घर आज भी मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है।
जबकि उसकी पत्नी की लाचार और बेबस आंखें रजौन पुलिस से कई उम्मीदें लगा बैठी है ।
पर रजौन पुलिस तो मानो चाह ही नहीं रख रही कि अपराधी को पकड़ा जा सके ।
अब ऐसे में लाजमी है रजौन पुलिस पर सवालिया निशान लगना ।फिलवक्त पूरे सिंहनॉन गांव में दुर्गा पूजा के मेले के बीच यहां के लोगों की नम आंखें आज भी चितरंजन के कातिल को हवालात के पीछे देखना चाहते हैं ।
खैर जो भी हो फिलवक्त रजौन पुलिस की कार्यशैली पर इस गांव में कई लोग सवाल उठा रहे हैं । स्थानीय थानाप्रभारी भी कुछ नहीं बोल पा रहे इस हत्या पर । सभी चुप्पी साधे हुए हैं।
विलाप करती चितरंजन सिंह की पत्नी ।
अब देखना है कि इस हत्या की गुथी सुलझाती है रजौन पुलिस या ठंडे बस्ते में डाल देती है ।