आरिफ हुसैन, जामताड़ा
रांची में विगत 21 अगस्त से अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठी आंगनबाड़ी सेविकाओं सहायिकाओं पर पुलिस प्रशासन द्वारा किए गए बर्बरता पूर्ण लाठीचार्ज के विरोध में बुधवार को जामताड़ा के इंदिरा चौक में झारखंड मुक्ति मोर्चा जिला अध्यक्ष श्यामलाल हेंब्रम के नेतृत्व में राज्य के मुख्यमंत्री रघुवर दास का पुतला दहन कर सरकार का विरोध प्रदर्शन किया। मौके पर जिला अध्यक्ष ने कहा कि यह देखकर काफी आश्चर्य होता है कि सेविकाओं पर लाठीचार्ज पुरुष पुलिस द्वारा किया गया है। उन्होंने कहा कि विगत लगभग 40 दिनों से राज्य की 88000 आंगनबाड़ी सेविकाए सहायिकाएं अपने विभिन्न मांगों को लेकर आंदोलनरत है पर सरकार के कान में जूं तक नहीं रेंगी। आंगनबाड़ी सेविकाओं का सब्र का बांध टूट गया तो वे लोग मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने पहुंची थी परंतु ठीक उससे पहले पुरुष पुलिस द्वारा इन पर ताबड़तोड़ लाठीचार्ज कर उन्हें घायल कर दिया। कुछ महिलाओं को काफी गंभीर चोटें भी आई है किन्ही का हाथ टूट गया है और महिलाओं का आरोप है कि पुलिस प्रशासन द्वारा उन्हें भद्दी भद्दी गालियां भी दी गई है जो काफी निंदनीय है। केंद्रीय कार्यसमिति सदस्य अशोक मंडल ने आंगनबाड़ी सेविकाओं पर मुख्यमंत्री आवास घेराव के दौरान पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज का घोर निंदा करते हुए कहा कि भाजपा सरकार जहां बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ का नारा देती है वही उनके सरकार की पुलिस द्वारा महिलाओं के ऊपर लाठी चार्ज किया जाता है। यह दो मुखोटे वाली सरकार नहीं चलेगी। आगामी विधानसभा चुनाव में जनता इसकी जवाब देगी। उन्होंने कहा कि सेविका और सहायिका अपनी मांगों के समर्थन में शांतिपूर्ण तरीके से राजभवन के समक्ष आंदोलन कर रही थी जिन पर लाठीचार्ज किया गया। यह राज्य की रघुवर सरकार की बर्बरता पूर्ण और तानाशाही रवैया को दर्शाता है। रघुवर सरकार को जहां उनसे वार्ता करनी चाहिए थी इसके बदले पुरुष पुलिसकर्मी द्वारा महिलाओं पर लाठीचार्ज किया जाता है। ऐसे पुलिस पदाधिकारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर उसके ऊपर कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए। मौके पर केंद्रीय कार्यसमिति सदस्य रविंद्र नाथ दुबे, आनंद टुडू, मनोरथ मरांडी, प्रोफेसर कैलाश प्रसाद साव, देविशन हांसदा, चंचल कुमार राय, मनोज झा, किंकर राय, परेश यादव, नरेंद्र मुर्मू, रहीम अंसारी, सादिक अंसारी, अभिलाष मुर्मू, परेश हेंब्रम, दुलाल मंडल, सुधांशु शेखर, रिजवान शेख, लालू अंसारी, इम्तियाज अंसारी, वासुदेव मरांडी, मनोज सोरेन, मेरी मरांडी, कलीमुद्दीन अंसारी, कमल टू डू, अमित मंडल, मुन्ना मुखर्जी, मितेन सरखेल सहित काफी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद थे।