आशीष कुमार, इंडिया न्यूज़ नाउ।
पटना ।
पटना ।हाईकोर्ट ने अपनी टिप्पणी में कहा था कि पुलिस का काम केवल भले लोगों को परेशान करना रह गया है। हाईकोर्ट ने कहा था कि बिहार पुलिस को नियम कानून से कुछ लेना देना नहीं है। हाईकोर्ट ने अधिकारियों पर भी सख्त टिप्पणी करते हुए कहा था कि लगता है पुलिस के अधिकारियों ने कानून की किताबें पढ़ना बंद कर दिया है।
इसी तरह पटना की पुलिस को नए मोटर व्हीकल एक्ट ने बैठे-बिठाए लोगों पर जुल्म ढहाने का नया हथियार थमा दिया है। जिस पुलिस पर कानून व्यवस्था को सही तरीके से लागू करने का जिम्मा होता है वही पटना पुलिस इस नए मोटर व्हीकल एक्ट के बहाने बीच चौराहे पर लोगों पर कहर बनकर टूट पड़ी है।
नये ट्रैफिक कानून के जोर पर पटना पुलिस ने मानो लोगों की पिटाई करने को अपना जन्मसिद्ध अधिकार समझ लिया है। पुलिस वाले खुलकर लोगों की डंडे से पिटाई करते नजर आ रहे हैं। वाहन चेकिंग के नाम पर पुलिस की दादागिरी से लोगों का गुस्सा भड़क उठा है। एग्जीबिशन रोड चौराहे पर पुलिस की गुंडागर्दी के खिलाफ लोगों ने पथराव करना शुरू कर दिया।
यह मामला एग्जीबिशन रोड चौराहे पर वाहन चेकिंग के दौरान घटी है। इस पर एक बार फिर पुलिस का क्रूर चेहरा सामने आ गया है। पुलिस वाले जमकर एक युवक की पिटाई करने लगे, जबकि युवक खुद को बेकसूर बताता रहा। वहीं दूसरी तरफ पुलिस ने जबरन एक युवक को पकड़कर वाहन में बिठाने लगी। इस पर एक महिला ने आरोप लगाया कि उनके बेटे को पुलिस जबरदस्ती ले जा रही है साथ ही महिला ने यह भी कहा कि पुलिस बच्चों को छोड़ने के एवज में 5000 की रिश्वत की मांग कर रही थी और पुलिस ने उनके साथ गाली-गलौज भी की है। मामला एग्जीबिशन रोड चौराहे के पास टाटा इंडिगो कार का 5000 का चालान काटे जाने पर जमकर हंगामा खड़ा हुआ। महिला चालक व उसके परिजनों के साथ ट्रैफिक पुलिस की नोकझोंक के बाद आसपास के राहगीर भी उनके समर्थन में उतर गए और जमकर हंगामा किया।
घटना की सूचना मिलने पर गांधी मैदान और कोतवाली थाना की पुलिस वहां पहुंची और मामले को संभालने का प्रयास किया लेकिन उपस्थित लोगों ने पुलिस पर भी पथराव शुरू कर दिया। स्थिति इतनी खराब हो गई कि इसके लिए पुलिस को अतिरिक्त बल बुलाना पड़ा। बज्र वाहन और रैपिड एक्शन फोर्स को भी बुलाया गया। उसके बाद हंगामा करने वाले लोगों को पुलिस ने दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। इस दौरान 1 घंटे तक एग्जीबिशन रोड रणक्षेत्र बना रहा और उसमें अफरा-तफरी मची रही। इस मामले में गांधी मैदान थाना में ट्रैफिक पुलिस ने मामला दर्ज करवाई है। गांधी मैदान थाना अध्यक्ष सुनील कुमार ने कहा कि महिला रेनू कुमारी समेत 11 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। जिन्हें ट्रैफिक पुलिस ने बवाल करने के मामले में नामजद अभियुक्त बनाया है। साथ ही 250 से अधिक अज्ञात लोगों को भी अभियुक्त बनाया गया है।