अमित कुमार झा, इंडिया न्यूज नाउ ।
रजोंन ।
जिले के रजौन प्रखंड अंतर्गत मुस्लिम भाइयों के द्वारा हुसैन की शहादत में मनाये जाने वाला इस्लामिक कलेंडर के अनुसार पहला महीने के दसवें दिन आज मंगलवार को रजौन प्रखंड के तेरहमाईल, मकरमडीह, चकमुनिया, तेरहमाईल मुख्य बाजार, इस्लामनगर, धाय-हरना-महगामा आदि मुस्लिम समुदाय इलाक़ों में ढ़ोल बाजे के साथ लाठी- डंडा, तलबार, भाला के साथ ताजिया जुलूस निकाला गया. ताजिया जुलूस बाजार सहित एक दूसरे इमामबाड़ा पर मिलन करवाया गया. मिलन के दौरान एक दूसरे के बीच अखाड़े में कुश्ती आदि खेल का सौहार्दपूर्ण प्रदर्शन किया गया. मान्यता यह हैं कि इस महान त्योहार के दसवीं तारीख को ईरान के कर्बला में धर्म युद्ध में इमाम हुसैन की शहादत हुई थी जिसके चलते इस दिन को ” रोजा- ए- आसरा” भी कहते हैं. मौके पर उपस्थित तेरहमाईल निवासी मो0 अफरोज ने बताया कि हुसैन का मकशद खुद को मिटा कर भी इस्लाम और इंसानियत को जिंदा रखना था. चकमुनिया निवासी मो0 सद्दाम ने बताया कि मुहर्रम मातम मनाने और इस्लाम धर्म की रक्षा करने वाला हजरत इमाम हुसैन की शहादत को याद करने का दिन हैं. वहीं त्योहार को सफलता के लिए स्थानीय पुलिस भी सतर्क व मुस्तेद दिखी।