बद्रीप्रसाद गुप्ता, लातेहार।
दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से जहां एक और झारखंड सरकार ने कमर कसना शुरू कर दिया है। शायद इन वजहों से आम जनता में खासा उबाल है। आम जनता परेशान भी है इसका सीधा असर गरीब तबके के लोगों पर पड़ता है। कई लोगों ने बाइक चालकों ने जहां बाइक चलाना ही छोड़ दिया है वही कई बाइक चालक यातायात पुलिस स्थानीय पुलिस के डर से तनाव के साथ वाहन का चालन कर रहे हैं। चलिए यह तो सरकार के नियम है इसे तो पालन करना ही होगा। लेकिन दूसरी तस्वीर लातेहार जिले की सड़कों का है। तस्वीरों में आप देख सकते हैं रांची चतरा को जोड़ने वाला मुख्य मार्ग चंदवा गेराज के गेरेज लेन की तस्वीर जहां सड़क तालाब का रूप ले चुका है। प्रतिदिन उक्त स्थान पर बाइक चालक गिरकर अन्य राहगीर गिरकर चोटिल हो जाते हैं ।सड़क की बदहाल स्थिति वर्षों से ऐसा ही है सरकार के कई ने नुमाइंदे भी इन्हीं रास्तों में मार्च किया है। सांसद विधायक भी कई बार गुजरे हैं
लेकिन ताज्जुब की बात है सभी पदाधिकारियों को अधिकारियों को सत्ता धारियों को वास्तविकता का ज्ञान रहते अब तक समस्या का समाधान नहीं किया गया है ।अगर हम ग्रामीण क्षेत्रों की की ओर रुख करें तो अभी भी ग्रामीण क्षेत्रों में मूलभूत समस्याएं विराजमान है ।आने वाले वक्त में देखना है कि आने वाले विधायक क्षेत्र के समस्या का निदान कैसे करते हैं। लातेहार में बेरोजगारी रेलवे का बंद फाटक सड़कों की बदहाल स्थिति समेत कई मूलभूत समस्याएं व्याप्त है लेकिन सरकार के नुमाइंदों के द्वारा अब तक समस्याओं का समाधान नहीं किया गया है।