अजीत कुमार श्रीवास्तव ,इंडिया न्यूज नाउ।
गोपालगंज भोरे ।
भोरे थाना क्षेत्र अंतर्गत लक्ष्मीपुर गांव में हरेन्द्र भगत अपने निजी जमीन में 40 केला एवं एक आम का पेड़ लगाए हुए थे जिसमे दो वर्ष से आम में फल लग रहा था जिसको गांव के ही कुछ लोगों द्वारा काट दिया गया। आपको बतादें की जहाँ एक तरफ सरकार पुर हिंदुस्तान में पेड़ पौधे लगाकर पर्यावरण की रक्षा का संकल्प लिए हुए है वही कुछ लोगों द्वारा ये कार्य अच्छा नही लग रहा,इन लोगों को यह समझ नही की पेड़ पौधा हमारे जीवन में कितना महत्व रखता है। हरेन्द्र भगत ने बताया की अपने निजी जमीन में 40 केला एवं 1 आम का पेड़ लगाए हुए थे जिसको प्रदीप कुशवाहा, सरोज देवी, कमला भगत ने मिलकर केला एवं आम का पेड़ काट दिए,पीड़ित हरेन्द्र भगत ने भोरे थाना में आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाए, लेकिन थाना से कोई भी कार्यवाही नही हुई। चार दिनों बाद उनका एप्लिकेशन वापस कर दिया गया।पीड़ित हरेन्द्र भगत ने एस पी एवं सी जी एम कोर्ट में आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई है। अब सवाल यह उठता है की निजी जमीन में अगर कोई पेड़ काटे तो ना ही वन विभाग कुछ कर रहा है और ना थाना फिर न्याय के लिए कोई जाए तो कहाँ जाए