दलसिंहसराय(कुणाल गुप्ता)-
सावन के दूसरी सोमवारी को लेकर क्षेत्र के शहरी एवं ग्रामीण इलाके के प्रत्येक शिवालयों में प्रात:काल से हीं भोला बाबा के मधुर गीतों के साथ -साथ श्रद्धालुओं के जयकारा से पूरा क्षेत्र गुंजायमान हो गया । वहीं प्रात:काल से ही महिला व पुरुषों के द्वारा मंदिरों में जलाभिषेक के लिए भीड उमड़ गई।
दलसिंहसराय शहर के गोला घाट स्थित देवेश्वर नाथ मंदिर,खुट्टी गोदाम स्थित शिव मंदिर, ब्लॉक रोड स्थित शिव मंदिर,33 नंबर रेलवे गुमटी के पास स्थित शिव पार्वती मन्दिर सहित कई शिवालयों में लोग जलाभिषेक के लिए रंगीन लिवास में जाते हुए देखे गए। एवं धतुरा व भांग,गंगा जल, बेलपत्र आदि हाथ में लिये भोले के भक्तों शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र के मंदिरों की ओर जाते देखे गए। दूसरी ओर झमठिया, चमथा व सिमरीया से गंगाजल लेकर समस्तीपुर के थानेश्वर स्थान में जलाभिषेक को कॉवर लेकर बडी संख्या में रविवार की संध्या से हीं शिव भक्त जाते दिखे । भक्त व भगवान की पावन नगरी में भी उमड़ा भक्तो की भीड़ । दूसरी ओर दलसिंहसराय अनुमंडल क्षेत्र में स्थित भक्त व भगवान की पावन नगरी व आस्था का केंद्र विद्यापतिधाम में सोमवारी को आस्था का जन सैलाब उमड़ पड़ा। पूरा विद्यापतिधाम मंदिर परिसर बोल बम की गूंज से शिवमय हो गया। बताते हैं कि रविवार की रात से ही श्रद्धालुओं का आना जारी रहा। भक्त व श्रद्धालु निकटवर्ती सिमरिया घाट, झमटिया घाट, चमथा घाट आदि घाटों से गंगा का पवित्र जल भर कर उगना महादेव पर जलाभिषेक कर पूजा- अर्चना की। रंग बिरंगे परिधानों में सजे कांवरियों का जत्था अल सुबह से ही अधिकाधिक संख्या में मंदिर परिसर में पहुंच देर शाम तक जलाभिषेक किया। इस दौरान बोल बम व हर हर महादेव के जयघोष से पूरा वातावरण भक्तिमय बना रहा। सूर्य की तेज धूप भी आस्थावान भक्तों का हौसला नहीं डिगा सकी। लगभग 50 हजार से अधिक श्रद्धालु भक्तों ने जलाभिषेक के साथ पूजा-पाठ कर सुख शांति के लिए मन्नतें मांगी। अत्यधिक भीड़ को देखते हुए स्थानीय प्रशासन ने भी चाक चौबंद व्यवस्था की थी जिस वजह से श्रद्धालुओं को जलार्पण में सुविधा मिली। श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की कोई दिक्कतें नहीं हो इसके लिए खुद थानाध्यक्ष राजा मोनिटरिंग करते दिखे।
विद्यापति धाम मंदिर में मुख्य पंडा गणेश गिरी कवि व अमरनाथ गिरि के नेतृत्व में पंडा समाज ने देर शाम भोले बाबा का विशेष श्रृंगार किया। आस्थावान भक्तों ने भांग, धतूरा, बेलपत्र, मधु, मखाना, फूल, फल, दूध, दही, घी, मक्खन आदि अर्पित कर उगना महादेव की विशेष श्रृंगार पूजा की। वही देर शाम तक वर्ती महिलाओं व युवतियों का जत्था मंदिर में पूजा अर्चना करने के लिए उमड़ी रही। वहीं दूसरी ओर मंदिर परिसर में लगाए गए सीसीटीवी कैमरे से आने जाने वाले संदिग्ध लोंगों की निगरानी की जा रही थी।