गौरव कुमार,इंडिया न्यूज नाउ.
रजोंन,बांका।
मिड डे मील योजना में बड़े लेवल पर घोटाले का सच आया है।
जब INN ने इसकी पड़ताल शुरू की तो पूरा सच सामने आया।
वास्तविक से अधिक बच्चों की उपस्थिति दर्ज कर इस गोरखधंधे को अंजाम रजौन प्रखंड के कई सरकारी स्कूलों में दिया जाता है।आठवीं तक के बच्चों को पढ़ाई के लिए प्रोत्साहित करने को स्कूल में मध्याह्न भोजन (मिड डे मील) दिया जाता है। रजौन प्रखंड अंतर्गत मध्य विद्यालय कठचातर लीलातरी में मिड डे मील योजना पर लगाया आरोप लगाने के बाद भी कोई सुधार नहीं देखने को मिल रहा था। गिरीश कुमार राव ने इसकी शिकायत लगातार 2 महीना से कर रहा था। इसके बाद निरीक्षणकर्ता उज्जवल कुमार ने कठचातर लीलातरी स्कूल में 17 मई को एमडीएम को लेकर जांच की इसके बाद बताया गया कि स्कूल में सब ठीक है। जब सही तरीका से जांच नहीं हुई तो इसके बाद गिरीश ने भी हार नहीं मानी सीएमओ को लगातार ई-मेल से कांटेक्ट बनाएं इसी बीच एमडीएम डीपीओ ने जून के तीसरे महीने में ग्रीस को भरोसा दिलाया कि स्कूल को फिर से जांच कराया जाएगा। 5 जुलाई को एमडीएम डीपीओ देवनारायण ने मध्य विद्यालय कठचातर लीलातरी में जांच की और आरोप सही पाया। जिसमें स्कूल पर पेनाल्टी लगाते हुए 12 हजार 183 रुपए वसूली की।