पंकज ठाकुर,इंडिया न्यूज नाउ।
रजोंन, बांका।
और आए दिन यहां वर्चस्व की लड़ाई के लिए बंदूक ए तड़ तड़ आती रहती है ।
एक दशक से करीब शांत पुंसिया फिर से सुलग ने लगा है और यही कारण है कि बीते रात की लड़ाई भी दो गुटों को वर्चस्व की लड़ाई के लिए ही माना जा रहा है। हालांकि स्थानीय लोगों का मानना है कि अगर यह दोनों गुट हैं कभी भी आस-पास हो जाती है तो रक्त रंजित तो होना ही होना है ।
अब ऐसे में प्रशासन के भी हाथ-पांव फूल रहे हैं । इधर रात में हुए घटना से पुलिस ने गोलीबारी होने की बात पुष्टि नहीं की ,जबकि कुछ पुलिसवाले दबी जुबान से स्वीकार करते हैं कि अब पुंसिया फिर से अशांत तो हो सकता है इधर सूत्रों का मानना है कि यह सारी वर्चस्व की लड़ाई चानन के भूगर्भ में हजारों एकड़ में फैली बालू के लिए कभी घाटों पर गोलियां तड़ तड़ आती है ।
तो कभी बमों की बौछार और इस नियति में ही जीना इर्द गिर्द के गांव वाले का हो गया है। क्या रात की घटना कहीं कोई बड़े घटना की संकेत तो नहीं, हालांकि बांका के तत्कालीन एसपी ने थानेदार का तो तबादला कर दिया या लाइन हाजिर कर दिया । मामला यहीं पर शांत नहीं होता है मामला और भी है । वह है बालू भरी हाईवा आज भी रोड पर ताबड़तोड़ दौड़ रहे हैं और इसी बालू पर रातों-रात धनकुबेर बनने के चक्कर में कई सफेदपोश पोश भी लिप्त है ।
हां यह बात दीगर है कि रात के अंधेरे में वह अपनी काली चेहरे को ढक जाते हैं और सुबह के दस्तक देने से पहले अपने चेहरे को बेदाग करके निकल जाते हैं। इधर विगत दिनों पुंसिया में जो दो गुटों के बीच झड़प हुई थी सूत्रों पर यकीन करें तो यह बालू की काली कमाई के लिए ही हुई थी ।
जबकि इधर रजौन सर्किल इंस्पेक्टर मानते हैं कि उनके आने के बाद अपराध में कमी आई है लेकिन पुलिस पर आज भी बालों के लिए लगाम लगा ना तेरी खीर साबित हो रही है। जबकि 3 महीने के लिए अवैध खनन को बंद कर दिया गया है ,सरकारी आदेशानुसार।