अमित कुमार झा, इंडिया न्यूज नाउ
राजोंन,बांका।
रजौन इलाके में आबकारी विभाग के रहमों करम पर क्षेत्र में दर्जनों जगहों पर ताड़ी के नाम पर मिलावटी ताड़ी खुलेआम बेची जा रही हैं.
कोई भी जिम्मेदार इस कारोबार पर अंकुश लगाने वाला सामने नहीं दिखाई दे रहा हैं. जिससे इनके हौसले बुलंद होते देखे जा रहे हैं और क्षेत्र के नौजवानों के स्वास्थ्य के साथ खुलेआम किया जा रहा खिलवाड़।
किसी भी समय कोई बड़ी घटना घट सकती हैं. रजौन इलाके के रजौन, पुनसिया, हरचंड़ी-अमहारा, नवादा बाजार, धौनी- बामदेव, सिंहनान, मंझगांय-डरपा, टेकनी सहित क्षेत्र के आधा दर्जन से अधिक जगहों पर ठेकेदारों द्वारा ताड़ी का कारोबार अवैध रूप से किया जा रहा हैं.
जहां पर इन ठेकेदारों द्वारा ताड़ी को ताड़ से उतरवाने के बाद इसको अधिक व नशीली बनाने के लिए इसमें बताशा पानी , नकली टिकिया निरमा मिश्रण करके तैयार किया जाता हैं.
जिसके बाद 70-100 रूपये प्रति बोतल बेची जाती हैं. जबकि इन ताड़ के पेड़ पर कोई लाईसेंस नंबर नहीं पड़ा होता हैं. वहीं ताड़ के पेड़ के नीचे ही ताड़ी को खुलेआम बेचा जाता हैं. सबसे बड़ी बात तो यह हैं कि इस समय क्षेत्र के नौजवान भी इस मिलावटी ताड़ी के पीने के शौकीन होते देखे जा रहे हैं।
किसी भी समय ताड़ के पेड़ के नीचे सैकड़ों की संख्या में ताड़ी पियक्कड़ों का मेला लगा हुआ देखा जा सकता है.
ग्रामीण सूत्रों की माने तो इस कारोबार में आबकारी विभाग के भी जिम्मेदार अधिकारी संलिप्त होते देखे जा रहे हैं. क्योंकि कभी भी इन ताड़ी के ठेकेदारों के ठेके पर जाकर जमीनी हकीकत जानने की जरूरत ही नहीं समझते।
जिसके चलते इन ताड़ी के ठेकेदारों के हौसले बुलंद होते देखे जा रहे हैं. समय रहते अगर कार्रवाई न की गई तो किसी भी समय कोई बड़ी घटना घट सकती हैं.
ताड़ी पीने के शौकीनों ने बताया कि इस समय इस ताड़ी को पीने से सिर में दर्द होने लगता हैं और नींद अधिक लगती हैं. आबकारी विभाग को मिलावटी ताड़ी की जानकारी होने के बाद भी मौके पर जाने की फुर्सत नहीं हैं.