Intro .एम्बुलेंस की सेवा न मिलने से कोख में पल रहे बच्चे की गई जान,माँ की हालत बनी हुई है नाज़ुक
बद्रीप्रसाद गुप्ता, लातेहार।
-लातेहार ज़िले के चंदवा प्रखंड से एक बड़ा मामला प्रकाश में आ रहा है.बता दे कि चंदवा की रहने वाली शांति देवी की तबियत लगभग 4 दिनों से खराब थी.लेक़िन माली हालत खराब होने के वजह से महिला इलाज से महरूम रह गयी।बता दे कि महिला लगभग 4 महीने से गर्भवती भी थी.अचानक तबियत बिगड़ने के बाद महिला को भूल से बुखार की दवा खिला दी गयी थी.जिसके बाद महिला की तबियत अचानक बहुत ज्यादा बिगड़ गयी है.तबियत बिगड़ने के बाद महिला के पेट मे पल रहा बच्चा खराब हुआ।जिसके बाद महिला के अंधुनि अंग से खून का बहाव होने लगा।उसके बिगड़ते तबियत को देखते हुए माकपा नेता अयूब खान मरीज के परिजनों से मिलकर मदद के लिए आगे बढे और 108 नंबर पर एम्बुलेंस को फ़ोन किया गया।लेक़िन वहां से भी कुछ खास मदद नही मिला औऱ अंतिम में परिजनों ने महिला को मोटरसाइकिल से 10 किलोमीटर का रास्ता तय कर चंदवा सीएच्सी अस्पताल में भर्ती किया गया है.स्थिति गंभीर देख डा0 निर्मला ने लातेहार सदर अस्पताल किया रेफर कर दिया था.ब्लड के अभाव में जिंदगी मौत से लड़ रही है बिमार शांति देवी।इमरजेंसी में मरीजों को जांच के लिए किसी तरह की सुविधा नही है.बहरहाल शांति देवी की बिगड़ती तबियत में अस्पताल की नाकामी छुपाने के कारण शांति देवी को रांची रिम्स रेफर कर दिया गया है.पेट मे चार महीने से पल रहा बच्चा इस दुनिया से रुक्सत हो चुका है.महिला की हालत फिलहाल नाजुक बनी हुई है. गांव वाले ने आरोप लगाया है कि एम्बुलेंस समय से नही पहुचने के कारण शांति देवी के पेट मे पल रहा बच्चे की जान गई है.आपको बता दे कि लातेहार जिले में अक्सर एम्बुलेंस नही मिलने से कई लोगो की जान जाती रहती है।