प्रकाश राज, इंडिया न्यूज़ नाउ।
हाजीपुर/ वैशाली
प्रसव के लिए आई महिला का इलाज के दौरान मौत हो गई। इसके लिए परिजनों ने सदर अस्पताल में जमकर बवाल काटा। सिविल सर्जन डॉ इंद्र देव रंजन के मध्यस्था से मामला शांत हुआ। सदर अस्पताल में शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों को सौंप दिया गया। मिली जानकारी के अनुसार देसरी थाना क्षेत्र के शाहपुर तोई गांव निवासी रणधीर पासवान की 22 वर्षीय पत्नी किस्मतिया देवी सोमवार की सुबह प्रसव पीड़ा होने पर परिजनों ने उसे देसरी पीएचसी में भर्ती कराया। देसरी पीएससी से उसे प्रसव के लिए सदर अस्पताल रेफर कर दिया। परिजन उसे लेकर सदर अस्पताल आ गया। सदर अस्पताल के प्रसव वार्ड में उसे भर्ती कराया गया। महिला को काफी तेज पीड़ा हो रही थी। जब उसने ऑन ड्यूटी महिला चिकित्सक को यह बात बताई तो उसे अल्ट्रासाउंड कराने की बात कही अस्पताल में अल्ट्रासाउंड कराने जाने लगे तो चिकित्सक ने बताया कि अस्पताल में नहीं बल्कि मेरे द्वारा बताए गए स्थान से अल्ट्रासाउंड करा कर लाए। सदर अस्पताल से बाहर ले जाने के लिए स्ट्रेचर भी परिजनों को मुहैया नहीं कराया गया। परिजन इस परिस्थिति में ही गोद में उठाकर अस्पताल से बाहर अल्ट्रासाउंड कराने ले गए। इस घटना को अस्पताल प्रशासन के कई लोगों ने अपनी आंखों से देखा लेकिन किसी ने उसकी मदद करने की जरूरत महसुस नहीं की तब तक काफी देर हो चुकी थी। महिला की हालत काफी खराब हो गई थी। जब उसके परिजन उसका अल्ट्रासाउंड करा कर लाए तब तक काफी देर हो गई। चिकित्सक ने उसे देखते ही उसके परिजनों को कह दिया कि उसका इलाज यहां संभव नहीं है उसे बाहर ले जाएं। उसके बाद उसे अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड पहुँचे।जहाँ चिकित्सक ने जांच के बाद मृत घोषित कर दिया। इस घटना को लेकर परिजनों ने जमकर हंगामा किया। सिविल सर्जन ने महिला चिकित्सक पर उचित कार्रवाई का भरोसा देते हुए शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया।