बद्रीप्रसाद गुप्ता, लातेहार ।
लातेहार जिला के महुआडाड ,मनिका, बरवाडीह ,चंदवा ,बालूमाथ ,गारू ,हेरहंज बरियातू प्रखण्डो में आज वट सावित्री व्रत के साथ पूजा अर्चना की जा रही है । और सुहागिन स्त्रियो अपने पति की दीर्घायु के लिये बरगद पेड के नीचे पूजा की। सुहागिन स्त्रियो के लिये बेहद खास है। मान्यता है कि इस व्रत को रखने से पति पर आये संकट चले जाते है।और आयु लंबी हो जाती है। सुहागिनों अपने पति की दीर्घायु और परिवार की सुख शांति के लिए वट सावित्री की पूजा करती है। वट सावित्री व्रत में ‘वट’ और ‘सावित्री’ दोनों का खास महत्व माना गया है। पीपल की तरह वट या बरगद के पेड़ का भी विशेष महत्व है। पुराणों की मानें तो वट वृक्ष में ब्रह्मा, विष्णु व महेश तीनों का वास है। सुहागिनो ने इस व्रत में बरगद पेड़ के चारों और घूमकर रक्षा सूत्र बांधा और आशीर्वाद मांगा। सुहागिनों एक-दूसरे को सिंदूर लगायी सुहागिनों ने पुजारी से बरगद पेड के पास सत्यवान और सावित्री की कथा सुनी। नवविवाहिता सुहागिनों में पहली बार वट सावित्री पूजा का अलग ही उत्साह रहता है।रिपोर्ट कैमरा मैन राहुल कुमार के साथ बद्री गुप्ता लातेहार ब्यूरो की रिपोर्ट